Daynamo क्या होता है | Daynamo कैसे काम करता है

डायनमो एक ऐसी मशीन है जिसका इस्तेमाल करके हम इलेक्ट्रिसिटी को तैयार कर सकते हैं । इसका उपयोग कई जगह में बिजली बनाने के लिए किया जाता है जैसे की पॉवर प्लांट और डैम में । डैम में जहां पानी की मदद से बिजली को तैयार किया जाता है । डायनमो छोटे से लेकर बड़े आकार तक के आते हैं और इसकी कीमत भी तकरीबन 50 रुपये से शुरू हो जाती है । आगे हम अच्छी तरह से जानेंगे की डायनमो क्या है और डायनमो कैसे काम करता है 
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What is Daynamo in hindi

 

Daynamo क्या होता है :

डायनमो एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो मैकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदलता है । मैकेनिकल एनर्जी वो एनर्जी होती है जिसमें हम बल यानि की अपनी ताकत का उपयोग करके डायनमो को घुमाते हैं जिससे डायनमो के घुमने से उसमें इलेक्ट्रॉनिक एनर्जी तैयार होती है । इसमें हम बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रिसिटी तैयार कर सकते हैं । कुछ डायनमो के आगे इंजन भी लगा दिया जाता है ताकि इंजन को फ्यूल डालने पर इंजन लगातार डायनमो को घूमाता रहे जिसका दूसरा नाम जेनरेटर पड़ गया । डायनमो वैसे तो दो प्रकार के होते हैं जिसे का नाम दिया गया है । इसके लिए हमने अलग से आर्टिकल बनाया हुआ है आप वो देख सकते हैं । लेकिन आज मैं इस आर्टिकल में यही बताऊंगा की डायनमो क्या होता है और यह कैसे काम करता है ।
 

डायनमो कैसे काम करता है :

डायनमो में परमानेंट चुम्बक और वाइंडिंग का उपयोग किया जाता है । चुम्बक को रोड के इर्द-गिर्द लगाया जाता है और उसके आसपास कई वाइंडिंग लगायी जाती जाती है । वाइंडिंग की मात्रा दो या इससे अधिक भी होती है । वाइंडिंग जो की ताम्बे की तार से बनायी जाती है । जब तार को किसी चीज़ के ऊपर एक ही जगह अधिक मात्रा में लपेट दिया जाता है तो उसे वाइंडिंग कहा जाता है । वाइंडिंग को coil भी कहते हैं और दूसरा नाम इसका इंडक्टर होता है ।
 
चुंबक के आसपास हमेशा मैग्नेटिक फील्ड उत्तपन्न होती है । उसी मैग्नेटिक फील्ड का असर इस वाइंडिंग में पड़ता है । यानि की जब चुम्बक का मैग्नेटिक फील्ड का एरिया इस वाइंडिंग के अन्तर्गत आता है तब उसके बाद जब हम रोड यानि की डायनमो के शाफ्ट को घुमाते हैं तो उसी मैग्नेटिक फील्ड की वजह से वाइंडिंग में करंट तैयार होकर फ्लो होना शुरू हो जाता है और उसी करंट का उपयोग हम करते हैं । तांबे की तार में इलेक्ट्रॉन्स होते हैं जो खड़े रहते हैं । चुम्बक की वजह से इलेक्ट्रॉन्स मूव होते हैं जिसे हम कहते हैं कि करंट बन रहा है ।

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Daynamo working diagram in hindi

चित्र में छोटे-छोटे जो आपको बिंदु दिखाई दे रहे हैं वो इलेक्ट्रॉन्स होते हैं । यही इलेक्ट्रॉन्स करंट को दर्शाता है । डायनमो अच्छी तरह से और अधिक बिजली तभी बना पाता है जब वाइंडिंग की मात्रा अधिक और चुम्बक स्ट्रांग होता है और जब चुम्बक और वाइंडिंग एक दूसरे के बहुत नजदीक होती है । जितनी दूर वाइंडिंग और चुम्बक होता है उतना ही चुम्बक का चुम्बकीय प्रभाव उस वाइंडिंग में पड़ता है ।

जितनी अधिक तेज़ गति से डायनमो को घुमाओगे उतना ही अधिक वोल्टेज और करंट बाहर निकलेगा यानी कि अधिक मात्रा में बिजली उतपन्न होगी और जितना अधिक मैग्नेटिक फील्ड पॉवरफूल बनेगी उतना ही अच्छा डायनमो बिजली बना पायेगा । अधिक बिजली तैयार करने के लिए डायनमो में पॉवरफूल चुम्बक और अधिक वाइंडिंग का उपयोग किया जाता है । निओडीयम जाते हैं और उसका मैग्नेटिक फील्ड काफी जबरदस्त और मजबूत बनता है । लेकिन ये चुम्बक साधारण चुम्बक से अधिक महंगे होते हैं ।

डायनमो के काम करने का उदाहरण :

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चित्र के अनुसार हमने छोटे आकार के डायनमो को बल्ब से जोड़ा है जैसे ही अगर हम डायनमो की शाफ़्ट को घुमाते हैं तो उसके बाद डायनमो में से तार की मदद से करंट बाहर निकलता है और वही करंट बल्ब से गुजरने से बल्ब जगने लगता है । जितनी अधिक तेज़ गति से डायनमो को घुमाओगे उतना ही अधिक वोल्टेज और करंट बाहर निकलेगा यानी कि अधिक मात्रा में बिजली उतपन्न होगी ।

डायनमो के पार्ट्स :

अब हम जानेंगे डायनमो के मुख्य पार्ट्स कौन-कौन से हैं । सबसे पहले बात करेंगे शाफ़्ट के बारे में यानि की रोड जो की लोहे की बनी होता है । इसके बाद चुम्बक जिसे उसी रोड के ऊपर लगाया जाता है और इसे फिक्स्ड ही कर दिया जाता है यानिकी शाफ़्ट के घुमने से भी चुम्बक भी उसी दिशा में घूमता है । इस रॉड के आसपास उपर नहीं बल्कि बॉडी के साथ नजदीक में वाइंडिंग लगायी जाती है । फिर इस रॉड के दोनों सिरों को बेयरिंग के बीच में रखा जाता है और इसके बाद इसे एल्युमीनियम जैसे मेटल का उपयोग करके इसे ढक दिया जाता है । बड़े डायनमो के अंदर लगी शाफ़्ट के आसपास ही चुम्बक को लगाया जाता है जबकि छोटे डायनमो में शाफ़्ट के आसपास ही वाइंडिंग ही लगाई जताई है जबकि वाइंडिंग से थोड़ी सी दुरी तक ही चुम्बक को रखा जाता है । लेकिन चुम्बक को बॉडी के साथ अंदर की तरफ लगा कर रखा जाता है 
 

डायनमो का उपयोग :

डायनमो का उपयोग छोटे उपकरणों से लेकर बड़े उपकरणों में किया जाता है । कई स्थानों में यानि की जगहों में भी डायनमो का प्रयोग बिजली बनाने के लिए किया जाता है और किस-किस स्थानों में इसका प्रयोग होता है उसके बारे में नीचे आप पढ़ सकते हैं जो कि इस प्रकार है :
  • विंडमिल :
विंडमिल में हम इसका इस्तेमाल करते हैं । डायनमो की रॉड के साथ या शाफ़्ट के साथ बड़ा सा पंखा लगा दिया जाता है । तेज़ हवा चलने से इसका पंखा घूमता है जो कनेक्ट होता है शाफ़्ट से और डायनमो के अंदर लगी शाफ़्ट के घूमने से ही फ्री की बिजली तैयार हो जाती है । लेकिन इसका इस्तेमाल ऐसी जगह में ही किया जाता है जहां हवा बहुत तेज़ चलती हो जैसे की समुन्दर और नदी के किनारे । इसके आलावा जिस जगह पर जैसे की शहरों में हवा बहुत अधिक मात्र में नहीं चलती है जिसकी वजह से शहरों में आपको देखने को नहीं मिलेगा

 

  • डैम में :

डैम यानि की नदियों में इसका उपयोग बहुत अधिक किया जाता है । डैम नदियों से काफी बड़े होते हैं हमारे देश में नंगल डैम में भी डायनमो का लगाया गया है । पानी काफी तेज़ बहता है जिससे डायनमो भी काफी तेज़ घूमता है और अधिक बिजली पैदा होती है ।

  • अन्य कामों में :
इसका उपयोग हम किसी और कामों में भी ले सकते हैं जैसे की घर में पड़े साइकिल को इस डायनमो से जोड़कर इसके बाद साइकिल को खड़ी करके तेज़ चलाकर भी बिजली तैयार की जा सकती है । यह आपके ऊपर निर्भर करता है की आप इसे फ्री में बिजली कैसे तैयार कर सकते हैं ।
 
  • हैण्ड मेड गैजेट्स :
छोटी सी बैटरीओं को चार्ज करने के लिए किया जाता है जैसे की स्मार्टफ़ोन की बैटरी को चार्ज करना इत्यादि । इन गैजेट्स के अंदर भी छोटा सा डायनमो रखा होता है या लगाया जाता है जिसके साथ शाफ़्ट को जोड़ा जाता है हैंडल से और हैंडल को बहर निकला जाता है ताकि गैजेट्स को घुमाने से कर्रेत्न बन सके । इन हैण्ड मेड गैजेट्स की कीमत तकरीबन 1000 रूपए से कम ही होती है
 

डायनमो के फायदे :

  1. इसकी मदद से हम जितनी चाहे बिजली तैयार कर सकते हैं क्योंकि इसमें बार-बार खर्चा नहीं आता है ।
  2. इसमें किसी फ्यूल यानि की ईंधन की जरूरत नहीं पड़ती ।
  3. इस डायनमो का उपयोग हम windmill में कर सकते हैं जिससे तेज़ हवा चलने से इसका पंखा जो डायनमो के साथ जुड़ा होगा वो साथ घूमेगा जिससे बिजली तैयार कर सकते हैं ।
 

डायनमो के नुकसान :

  1. जबतक हम इसे लगातार नहीं घुमाते तब तक यह लगातर करंट नहीं दे पायेगा कहने का मतलब यह है की लगातार करंट पाने के लिए लगातार इसकी शाफ्ट को घूमाना पड़ता है ।
 

नोट :

एक बात जरूर ध्यान रखें डायनमो जब भी आप खरीदने जाओगे तो डायनमो दो प्रकार के होते हैं ac डायनमो और dc डायनमो । इसमें आपको ऑप्शन मिलता है की आप इसमें से कौन सा डायनमो खरीदना चाहते हैं क्योंकि दोनों डायनमो अलग-अलग करंट बनाने का काम करता है जैसे की DC डायनमो बनाता है डायरेक्ट करंट और AC डायनमो बनाने का काम करता है अल्टरनेटिव करंट । इस आर्टिकल में हमने डायनमो क्या होता है और डायनमो कैसे कामकरता है इसके बारे में ही बताया है ताकि आप डायनमो के बारे में अच्छी तरह से समझ सके ।

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