Processor क्या होता है | प्रोसेसर कैसे काम करता है

कंप्यूटर, टेबलेट, स्मार्टफोन और कंप्यूटर ये सभी डिवाइस जब भी बनाये जाते हैं तो इन सभी डिवाइस के अंदर प्रोसेसर का इस्तेमाल किया ही जाता है । इन सभी डिवाइस में प्रोसेसर अपना काम करता है इसके बिना ना ही कोई डिवाइस चल पाता है और ना ही होता है कंट्रोल । जैसे दिमाग के बिना क्या इंसान कुछ कर सकता है नहीं । कुछ भी नहीं कर सकता बिल्कुल वैसे ही प्रोसेसर के बिना डिवाइस कुछ भी नहीं कर सकता तो चलिए जानते हैं कि प्रोसेसर क्या है और प्रोसेसर कैसे काम करता है

What is Processor in hindi | प्रोसेसर क्या है
What is Processor in hindi | प्रोसेसर क्या है


What is Processor in hindi | प्रोसेसर क्या है :

प्रोसेसर सिलिकॉन धातु से बना हुआ इलेक्ट्रॉनिक का एक ऐसा हिस्सा और माइक्रो चिप होता है जो की मशीन को कंट्रोल करता है और मशीन के अंदर हो रहे कामों यानी कि गतिविधियों पर नजर रखता है और हमें उसका आउटपुट यानी कि रिजल्ट निकाल कर देता है जैसे की हमारा दिमाग। हमारे शरीर का पूरा कंट्रोल दिमाग ही करता है क्या करना है और क्या नहीं, ठीक उसी तरह प्रोसेसर भी हमारे दिमाग की तरह मशीन को कंट्रोल करता है । जो की इसे मदरबोर्ड के ऊपर लगाया जाता है। लैपटॉप्स, स्मार्टफोन्स और कंप्यूटर जैसे डिवाइस के अंदर प्रोसेसर देखने को जरूर मिलते हैं ।

How Processor works in hindi | प्रोसेसर कैसे काम करता है :

हम जब भी मशीन में कोई काम करते हैं तो सबसे पहले हमारी कमांड यानी कि निर्देश प्रोसेसर के पास ही जाती है जिससे प्रोसेसर सबसे पहले हमारी निर्देशों को लेता है, उसमें निष्कर्ष करता यानी कि कैलकुलेशन करता है और फिर हमें उसका रिजल्ट निकाल कर देता है । हमारे द्वारा दिये गए सभी काम को पूरा करने के लिये प्रोसेसर तीन स्टेप्स को अपना कर काम पूरा करता है जो की इस प्रकार है :

  • Fetch | फेच :

प्रोसेसर अपने हिसाब से काम करता है जैसे कि प्रोसेसर सबसे पहले जिस स्टेप को अपनाता है उसे फेच कहते हैं, इसमें प्रोसेसर करता क्या है कि जो भी हमारी तरफ से कमांड आती है जैसे कि हम कोई बटन दबाते हैं तो वही बटन दबाने से कमांड तैयार होती है जिसे प्रोसेसर ले लेता है यानी कि हमारी तरफ से दिए गये काम को पकड़ना यही पहला स्टेप होता है प्रोसेसर का । जितनी भी हमारी कमांड्स होती हैं वे सभी कमांड्स रैम मैमोरी से गुज़रती हुए  जाती है सीधे CPU में CPU को ही प्रोसेसर कहते हैं । जब प्रोसेसर को हमारी सभी कमांड्स मिल जाती है तब यही प्रोसेसर हमारी सभी कमांड्स को जमा कर देता है इंस्ट्रक्टर (instructure) रजिस्टर में । बस यही काम मुख्य होता है एक प्रोसेसर का और हमारे दिमाग भी तो ऐसा ही होता है पहले हमारे दिमाग मे सूचना पहुंचती है उसके बाद ही तो हम कोई काम करते हैं अगर हमारे दिमाग में सूचना नहीं पहुंचेगी तो आप काम नहीं करोगे । दिमाग को सूचना मिलती है अंगों से जैसे कि आंखों से सूचना मिलना और भी कई अंग ठीक वैसे ही हम कंप्यूटर में जब कोई बटन दबाते हैं तब यही कमांड प्रोसेसर लेता है ।

  • Decode | डिकोड :

ऊपर प्रोसेसर का पहला काम था कमांड को लेना लेकिन इस स्टेप में होता क्या है कि जो भी कमांड्स इंस्ट्रक्टर (instructure) रजिस्टर में जमा होती है वही कमांड्स प्रोसेसर किसी दूसरे सर्किट में भेजता है जिस भी सर्किट में भेजा जाता है हमारी सभी कमांड्स को उस सर्किट को नाम दिया गया है डिकोडर । देखा जाए तो यह भी प्रोसेसर का ही हिस्सा है यानी कि पॉर्ट है और इस पॉर्ट यानी कि डिकोडर का काम होता है कमांड्स को बदलना बाइनरी फॉर्म में यानी कि यहां इस सर्किट में सभी कमांड्स को 0,1 जैसे नंबर में कन्वर्ट किया जाता है । जब हमारी सभी कमांड्स इसी और डेटा में बदल दी जाती है यानी कि 0 और 1 जैसे बाइनरी नंबर में बदल दी जाती है तब उस डेटा को प्रोसेसर के ही तीसरे हिस्से में भेजा जाता है जिसे कहते हैं ALU यानी कि अरथमैटिक लॉजिक यूनिट । यहां पर यही पॉर्ट क्या करता है कि इसी डेटा का अपने हिसाब से कैलकुलेशन करने लगता है । बस इतना सा बेसिक काम होता है इस डिकोड में ।

  • Execute | एक्सीक्यूट :

प्रोसेसर का तीसरा लेवल या स्टेप होता है एक्सीक्यूट का । जब सभी कमांड्स या डेटा डिकोडर सिस्टम से पास हो जाते हैं उसके बाद इसी डेटा को प्रोसेसर के कंट्रोल यूनिट में ट्रांसफर किया जाता है यानी कि भेज जाता है और यहीं पर कंट्रोल यूनिट बहुत ही महत्वपूर्ण काम करता है वो यह कि डेटा को करता है एक्सीक्यूट यानी की रिसर्च करना फिर उसके बाद ही रिजल्ट तैयार करके यानी कि आउटपुट में हमारा जो भी परिणाम बनता है वो हमें मिलता है । लेकिन परिणाम मिलने से पहले इसी डेटा को वापिस मैमोरी में ही भेज दिया जाता है क्योंकि मैमोरी इस डेटा को कंट्रोल या मैनेज वगेरा करती है ।

  • Write back | राइट बैक :

इसी प्रोसेसर अपने तौर पर आखिरी पड़ाव अपनाता है जिसका नाम है राइट बैक । इस पड़ाव में होता बस यही है कि हमारे सभी कमांड्स का डेटा जिस-जिस भी पड़ाव में से गुजर-गुजर कर आता है यानी कि पास होकर आता है जैसे कि फेच, डिकोड और एक्सीक्यूट इत्यादि, इसके बाद इसी डेटा को इस राइट बैक वाले हिस्से में रखकर डेटा को मेन्टेन करके प्रोसेसर में भेजा जाता है वापिस । बस जब हमारा डेटा प्रोसेसर के पास पहुंचता है उसी के बाद ही हमें रिजल्ट मिल जाता है जैसे कि अपने अगर सॉफ्टवेयर खोलने के लिए क्लिक किया था तो उसी सॉफ्टवेयर का डेटा ऊपर दिए गए सभी पड़ावों से पास होकर मैनेज होकर डेटा को ढूंढ कर प्रोसेसर को भेजा जाता है जिससे प्रोसेसर सॉफ्टवेयर को खोलकर कर हमें देता है ।

वैसे साधारण तौर पर देखा जाए तो प्रोसेसर कुछ इस तरह से ही बेसिक तरीके से काम करता है । लेकिन कुछ प्रोसेसर ऐसे भी हो सकते हैं जिनका काम करने का तरीका थोड़ा सा अलग भी हो सकता है ।

What is nm in Processor in hindi | प्रोसेसर में nm क्या है :

Nm का मतलब होता है नैनोमीटर । यह प्रोसेसर के अंदर लगे ट्रांजिस्टर का साइज़ ही होता है जैसे की 14nm, 12nm, 10nm, 7nm इत्यादि । इसके अंदर काफी मात्रा में ट्रांजिस्टर लगे होते हैं और एक ट्रांजिस्टर का आकार हमारे बालों से हज़ारों गुना छोटा होता है । जैसे कि हमारे सिर का बाल 70 हज़ार से 80 हज़ार नैनोमीटर मोटा होता है अब आप देख सकते हैं प्रोसेसर के अंदर लगे ट्रांजिस्टर का आकार इतना छोटा होता है कि उसे आंखों से भी देख पाना काफी मुश्किल है । जैसे-जैसे प्रोसेसर के अंदर ट्रांजिस्टर का साइज़ कम होता जायेगा वैसे-वैसे प्रोसेसर का साइज़ भी कम होता जायेगा और वैसे-वैसे प्रोसेसर की स्पीड और परफॉरमेंस भी बढ़ती जायेगी और प्रोसेसर पावरफुल भी बनता जायेगा ।

इसमें स्मार्टफोन के लिए बनाया जाने वाला सबसे पतला प्रोसेसर है 5 नैनोमीटर यानी कि इसके अंदर लगे ट्रांजिस्टर का साइज है और यह स्नैपड्रैगन कंपनी की तरफ से बनाया जाने वाला अबतक का सबसे पतला प्रोसेसर है । जबकि पहले यानी कि साल 2020 से पहले सबसे पतला या फिर सबसे छोटा प्रोसेसर 7 नैनोमीटर पर बना था है जो की एप्पल कंपनी का A13 प्रोसेसर है था लेकिन अब स्नैपड्रैगन कंपनी का है इसमें हमने मोबाइल प्रोसेसर का साइज़ बताया है । जबकि कंप्यूटर और लैपटॉप्स के प्रोसेसर अब तक 7nm पर ही बने है और intel और amd के प्रॉसेसर बहुत बड़ी मात्रा में मार्किट में है जिससे इसको एक्सप्लेन करना भी काफी मुश्किल है क्योंकि इन दोनों कंपनियों के प्रोसेसर बहुत ही मॉडल में यानी कि बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं इसीलिए ।

What is generation in Processor in hindi | प्रोसेसर में जनरेशन क्या होता है :

जनरेशन से ही हमें पता चलता है की कंपनी ने कितनी बार प्रोसेसर को अच्छा बनाने की कोशिश की है और कितनी बार उसे छोटे से छोटा बनाने की और स्पीड बढ़ाने की कोशिश की है । जैसे-जैसे प्रोसेसर की जनरेशन बढ़ती जायेगी वैसे-वैसे प्रोसेसर का आकार भी छोटा होता जायेगा जिससे उसकी स्पीड और परफॉरमेंस बढ़ती जायेगी और बिजली की खपत भी कम होती जायेगी । यही फायदा होता है अधिक जनरेशन होने से किसी प्रोसेसर में । जैसे की i-5 8100, 8100 का पहला अंक ही जनरेशन कहलाता है जैसे की 8th और i-5 9100 इसका मतलब 9th जनरेशन । लेकिन सभी कंपनी के प्रोसेसर का जनरेशन अलग-अलग होता है किसी का 9th जनरेशन किसी दूसरे कंपनी के प्रोसेसर के 3rd या फिर इससे अधिक जनरेशन के बराबर हो सकता है । जैसे की Intel कंपनी का प्रोसेसर जो की 10th जनरेशन प्रोसेसर है ।

प्रोसेसर की स्पीड क्या है :

प्रोसेसर की स्पीड रेटिंग ghz होती है और ghz की वजह से ही मापी जाती है किसी भी प्रोसेसर की स्पीड । इसीलिए आप एक बात जरूर नोटिस करना कि जितने भी प्रोसेसर बने होते हैं उसके साथ मे उसकी स्पीड कितनी है उसकी वैल्यू जो भी होगी उसके साथ ghz जरूर होता है ताकि कस्टमर को पता चल सके कि यही है प्रोसेसर की स्पीड ।

What is GHz in Processor in hindi | प्रोसेसर में ghz क्या होता है :

Ghz यानि की गीगाहर्ट्ज़ । यह प्रोसेसर की स्पीड को दर्शाता है की प्रोसेसर एक सेकंड में कितनी बार कैल्कुलेशन्स कर सकता है । Ghz से ही हमें पता चलता है की हमारे प्रोसेसर की स्पीड कितनी है, जैसे कि r-3 (3.0ghz) प्रोसेसर । जैसे कि 2.2 गीगाहर्ट्ज़ का प्रोसेसर एक सेकंड में 2.2 × 1000000000 = 2200000000 किलो बीट्स की कैल्कुलेशन कर सकता है । जितने ज्यादा ghz के नंबर यानी कि ghz की वैल्यू बढ़ती जाती है ठीक वैसे ही प्रोसेसर के काम करने की स्पीड भी उतनी ही बढ़ती जाती है । जैसे कि r-3 (3.0ghz) प्रोसेसर ।

How processor is made in hindi | प्रोसेसर किसका बना होता है :

प्रोसेसर बहुत छोटे-छोटे ट्रांसिस्टरों से बना होता है जिसका कम से कम आकार 5 nm का होता यानी कि 5 नैनोमीटर पर बना होगा है प्रोसेसर  है । अगर हम इंसान के सिर के बाल का आकर जानें तो बाल 70 से 80 हज़ार nm मोटा होता है । तो आप जान सकते हैं कि प्रोसेसर के अंदर 10 nm ट्रांजिस्टर का आकार इतना छोटा होगा कि उसे देखना भी काफी मुश्किल है । जिसे मशीन के मदद से ही बनाया और लगाया जाता है ।

What is thread in Processor in hindi | प्रोसेसर में थ्रेड क्या होता है :

आज के समय में मल्टी थ्रेडिंग टेक्नोलॉजी प्रोसेसर में आ गयी है इससे आपके प्रोसेसर में कोर और बढ़ जाते है । जैसे की ड्यूल कोर प्रोसेसर में 2 कोर ही होते हैं लेकिन मल्टी थ्रेडिंग टेक्नोलॉजी की वजह से इसमें कोर डबल हो जाते हैं यानि की कुल कोर 4 हो जाते हैं उनमें से 2 कोर फिजिकल और 2 कोर लॉजिकल होते हैं । कोर डबल हो जाने से आपके प्रोसेसर की स्पीड और भी बढ़ जाती है । टेक्नोलॉजी के बढ़ने के साथ-साथ प्रोसेसर में थ्रेड और भी बढ़ते जायेंगे । अब तक कंपनी की तरफ से बनाया जाने वाला प्रोसेसर ऐसा है जिसमें कोर हैं 16 जबकि थ्रेड शामिल किए गए हैं उससे भी दुगने 32 थ्रेड यानी कि 16 कोर 32 थ्रेड वाला ताकतवर प्रोसेसर लेकिन थ्रेड की टेक्नोलॉजी स्मार्टफोन के लिए बने प्रोसेसरों में नहीं देखने को मिलती है बल्कि इस टेकनोलोजी का इस्तेमाल सिर्फ कंप्यूटर के प्रोसेसरों में ही किया गया है ।

What is core in processor in hindi | प्रोसेसर में कोर क्या होता है :

प्रोसेसर जल्दी से हमारे काम को खत्म कर इसके लिए प्रोसेसर में कोर शामिल किए जाते हैं । जितने अधिक कोर शामिल किए जाते हैं प्रोसेसर में उतना ही जल्दी काम हो जाता है जैसे कि अगर आप सिंगल कोर प्रोसेसर की मदद से कोई सॉफ्टवेयर खोलते हैं तो प्रोसेसर के अंदर लगा कोर एक ही होगा और सॉफ्टवेयर को वह अकेला ही खोलेगा लेकिन अगर उसी प्रोसेसर में शामिल किया जाए 2 कोर तो होगा क्या अगर हम कोई सॉफ्टवेयर खोलेंगे तो प्रोसेसर के अंदर लगे दोनों कोर मिलकर काम करेंगे जिससे आधा काम एक कोर लेगा और आधा काम दूसरा कोर जिससे सॉफ्टवेयर जल्दी से खुल जाता है । कहने का मतलब जितने अधिक प्रोसेसर के अंदर कोर को शामिल करते हैं उतना ही काम अलग-अलग कोर को मिलने से काम काफी जल्दी से हो जाता है और दूसरी खासियत यही है कि अधिक कोर होने से किसी प्रोसेसर में ताकत भी बढ़ती है जिससे हम हैवी सॉफ्टवेयर को भी आसानी से चला सकते हैं । लेकिन प्रोसेसर के अंदर कोर की संख्या बढ़ने के साथ-साथ उस प्रोसेसर की कीमत भी बढ़ती जाती है ।

प्रोसेसर बनाने वाली कंपनियों के नाम :

  • इंटेल
  • AMD
  • क्वालकॉम स्नैपड्रैगन
  • एप्पल
  • मीडियाटेक
  • किरिन
  • सैमसंग ( exynos )
मुझे विश्वास है की आपको कि प्रोसेसर क्या है और प्रोसेसर कैसे काम करता है के बारे में जरुर कुछ ना कुछ समझ आया होगा 

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